भैरु जी की आरती BHERU JI KI AARTI
जय भैरव बाबा आरती लिरिक्स Jai Bherav Baba Aarti Lyrics
जय भैरव बाबा , ओ स्वामी जय खेतल बाबा ।
क्षेत्रपाल तुम स्वामी , कष्ट हरो बाबा , स्वामी जय भैरव बाबा ॥
नमो विश्व भूतेश भुजंगी , मंजुल कहलावा ।
उमानंद अमरेश विमोचन , जनपद सिर नावा ॥
काशी के कोटवाल आपको , सकल जगत ध्यावा ।
श्वान सवारी बटुकनाथ भैरू , वज की हर सावा ॥
शेखर चंद्र कृपाल शशि भैरू , मस्तक चमकावा ।
गल मुण्डण की शोभित माला , सुन्दर दरशावा ॥
नमो - नमो आनंद कंद भैरव , लटकत मिट जावा ।
कर्ण तुंड शिव कपिल तुम्बायक , वंशज जग चावा।।
जो जन तुम्हरो ध्यान लगावे , संकट नहीं पावां ।
छतरमल जन शरण तुम्हारी , आरती प्रभु गावां ॥
क्षेत्रपाल तुम स्वामी , कष्ट हरो बाबा , स्वामी जय भैरव बाबा ॥
नमो विश्व भूतेश भुजंगी , मंजुल कहलावा ।
उमानंद अमरेश विमोचन , जनपद सिर नावा ॥
काशी के कोटवाल आपको , सकल जगत ध्यावा ।
श्वान सवारी बटुकनाथ भैरू , वज की हर सावा ॥
शेखर चंद्र कृपाल शशि भैरू , मस्तक चमकावा ।
गल मुण्डण की शोभित माला , सुन्दर दरशावा ॥
नमो - नमो आनंद कंद भैरव , लटकत मिट जावा ।
कर्ण तुंड शिव कपिल तुम्बायक , वंशज जग चावा।।
जो जन तुम्हरो ध्यान लगावे , संकट नहीं पावां ।
छतरमल जन शरण तुम्हारी , आरती प्रभु गावां ॥
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